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Showing posts from January, 2020
तू घुला है मेरे ख्यालों में आकर तेरा एहसास हर एक सांस में है फासला कुछ भी हो तेरा मेरा लगता है तू मेरे पास में है आंखों में बस गया है तू इक सुनहरे खवाब की तरह तू मेरे दिल के हर एक...
हर वक़्त तेरे ख्याल में हूँ ये मत पूछ कि मैं किस हाल हूँ और जिस सवाल ने उलझाया है तुझे मैं भी उलझा उसी सवाल में हूँ
हाले दिल यूं ही सब को बताना नहीं होता दर्द  ए दिल यूं ही जताना नहीं होता सब वो नहीं जो तेरी तकदीर में शामिल हैं सब के दर तेरा आना जाना नहीं होता

Tum

सदियों से सागर उमड़ रहे हैं अपनी व्यथा सुनाने को कहां कोई चंद्रमा बैठा है उनकी  हद तक आने को थोड़ा जगत रचयिता समझे बस थोड़ा चांद समझ जाए फिर देखो उत्पात सिंधु का अपनी प्यास ...
मैं उलझा रहा जिंदगी भर उलझनों को संभालने में अब जाकर जाना कि ये जिंदगी भर की हैं
हर होठों को लगने वाले जाम का शुक्रिया हर पीने वाले खास और आम का शुक्रिया हमें शामिल किया है अपने इस महफ़िल मे हमको शमिल करने वाली इस शाम का शुक्रिया
कुछ ने हमसे यूं मुंह मोड़ा कुछ बीच भंवर में छोड़ गए कुछ ने दिखलाई हमदर्दी कुछ हमसे नाते तोड़ गए कुछ मोह पाश में बंधे रहे कुछ मोह पाश को तोड़ गए कुछ ह्रदय में जाकर  के बैठे  कु...

Dhoop

शहर में हुई है बरसात चलो घूम आयें ले कर हाथों मे जाम चलो झूम आयें हवाएं आयी होगीं जरूर उनसे मिल कर घर से निकले और उन हवाओं को चूम आयें शहर में हुई है बरसात चलो घूम आयें

,Roop

उतरे हो मेरे जहन में तुम्हें निकाले कैसे सभलते नहीं ये कदम, तुझ तक चले आते हैं अब तुम ही बताओं कि इसको संभाले कैसे तेरी तस्वीर ही रोज करती है कत्ल मेरा तुझसे मिलने की उम्मीद द...

Shiva

शिव ही प्रारंभ है शिव ही प्रारब्ध हैं शिव से उत्पत्ति हैं शिव में समाप्त है शिव ही है जगत शिव जगत में व्याप्त हैं शिव ही बनाते हैं शिव ही मिटाते हैं शिव से ही निकलते हैं शिव म...