कुछ ने हमसे यूं मुंह मोड़ा
कुछ बीच भंवर में छोड़ गए
कुछ ने दिखलाई हमदर्दी
कुछ हमसे नाते तोड़ गए
कुछ मोह पाश में बंधे रहे
कुछ मोह पाश को तोड़ गए
कुछ ह्रदय में जाकर  के बैठे 
कुछ बैठ हृदय को तोड़ गये

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