Kurukshetra

संघर्षों से घिरे कुरुक्षेत्र में लड़ रहा हूं मैं
रोज बदलते हुए चेहरों को पढ़ रहा हूं मैं
वो समझते हैं कि ठहर सा गया हूं
पीछे मुड़ा तो जाना आगे बढ़ रहा हूं मैं

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