उल्लू के पट्ठे

सांप छछूंदर नेवले सब इकट्ठे हो गए
दुश्मन एक ही थाली के चट्टे बट्टे हो गए
क्या सियासत और क्या वफादारी समझे तुम
उल्लू बाप थे तुम्हारे, तुम तो उल्लू के पट्ठे हो गए

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