Rudragani
बैठा वो हिमालय पर जा कर
उस तक मेरी ध्वनि भी जाती है
उस योगी की योग दशा
मुझे परम योग सिखलाती है
सदियों से मन धधक रही है
बिजली बन कर वो चमक रही है
कंकर कंकर में शंकर है वो
कोई रूप नही है भयंकर है वो
शिव की ज्वाला रूद्रागनि है
शिव का तांडव रूद्रागनि है
शिव की शक्ति रूद्रागनि है
शिव की भक्ति रूद्रागनि है
ऋषिओं की अमृतवाणी है
वह रुद्र है वही भवानी है
उसकी यह अमर कहानी है
वह हिम है वह बर्फानी है
रूद्रागनि है
रूद्रागनि है
रूद्रागनि है
रूद्रागनि है
हर हर बम बम हर बम बम हर हर बम बम
रूद्रागनि है रूद्रागनि है रूद्रागनि है रूद्रागनि है
Great....
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