Mode of Assessment
निशाने बदले जाते हैं , अंगूठे काटे जाते हैं
आज भी शिष्य , अर्जुन और एकलव्य में बांटे जाते हैं किसी को चक्रव्यूह सिखाया जाता है
किसी को उस में फंसाया जाता है
गुरुकुल में यूं ही किरदार भांपे जाते हैं
निशाने बदले जाते हैं अंगूठे काटे जाते हैं ।
किसी को सुनहरा दिन मिलता है युद्ध के लिए ,
किसी को लड़ने के लिए काली रात मिलती है
किसी को दंड मिलता है कर्मों के लिए
किसी को कुकर्मों के लिए सौगात मिलती हैं
कहानियां गढ़कर ही कथानक नापे जाते हैं
निशाने बदले जाते हैं अंगूठे काटे जाते हैं
आज भी शिष्य अर्जुन और एकलव्य में बांटे जाते हैं
Bahut badhiya....keep it up!!
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